मैं बस पर्वत की भाँति खड़ा ही रहा, और वो चंचल नदी सी मचलती रही। ईश्क दोनों तरफ से म मैं बस पर्वत की भाँति खड़ा ही रहा, और वो चंचल नदी सी मचलती रही। ईश्क दोनो...
तान छेड़े श्याम सुंदर जब नदी के सामने है मगन राधा दीवानी बांसुरी के सामने। तान छेड़े श्याम सुंदर जब नदी के सामने है मगन राधा दीवानी बांसुरी के सामने।
प्राण देकर भी वचन निभाते आजीवन, अग्नि साक्षी तो सात जन्म हैं रहते साथ। प्राण देकर भी वचन निभाते आजीवन, अग्नि साक्षी तो सात जन्म हैं रहते साथ।
बस यूँ ही ... बस यूँ ही ...
प्यार का मासूम सवाल... प्यार का मासूम सवाल...
बरसे गगन से बारिश की झड़ी पर कुँवारे दो तन में कुछ आग सी लगी है। बरसे गगन से बारिश की झड़ी पर कुँवारे दो तन में कुछ आग सी लगी है।